आरमोरी. देसाईगंज तहसील आरमोरी तहसील की सीमा में दाखिल हुए जंगली हाथियों द्वारा उत्पात मचाने का सिलसिला जारी है. इसी बीच बीती रात आरमोरी तहसील के पाथरगोटा गांव में पहुंचे जंगली हाथियों के दल ने गांव के करीब 5 घरों को पुरी तरह उदध्वस्त किया है. साथ ही घर में रखी जीवनाश्यक सामग्री को पुरी तरह तहस-नहस कर दिया है. लेकिन जंगली हाथियों द्वारा घरों को क्षति पहुंचाते हुए देख लोग अपनी जान बचाते हुए घर छोड भाग गये. जिसके कारण किसी भी तरह की जिवित हानि नहीं हुई. लेकिन जंगली हाथियों द्वारा किये गये उत्पात के चलते गांव के पांच परिवारों पर बेघर होने की नौबत आन पडी है. वहीं इस घटना से पाथरगोटा समेत परिसर के गांवों में जंगली हाथियों की दहशत निर्माण हो गयी है.
जीवनाश्यक समाग्री को किया तहस नहस
हाल ही में जंगली हाथियों का समूह गोंदिया जिले की सीमा से जिले की देसाईगंज तहसील में दाखिल हुआ था. देसाईगंज तहसील में पहुंचते ही जंगली हाथियों ने फसलों को नुकसान पहुंचाना शुरू किया. इसी बीच रात के समय आरमोरी तहसील के पाथरगोटा गांव में प्रवेश करते हुए जंगली हाथियों ने 5 घरों को उदवस्त कर दिया. विशेषत: घरों में रखी लोगों की जीवनाश्यक सामग्री को भी तहस-नहस कर दिया. जिसके कारण संबंधित लोगों के सामने जीवनयापन करने की नौबत आन पड है. नुकसानग्रस्त लोगों में अशोक राऊत, सुरज दिघोरे, मंगल प्रधान, चंद्रशेखर बगमारे और दुर्गादास बगमारे का समावेश है.
रबी फसलों को भी पहुंचा नुकसान
जंगली हाथियों द्वारा पाथरगोटा गांव में 5 घरों को क्षति पहुंचाने के साथ ही गांव परिसर स्थित खेतों में घुसकर रबी फसलों को नुकसान पहुंचाया है. जिसके कारण किसानों का भारी नुकसान हुआ है. वनविभाग इस ओर गंभीरता से ध्यान देकर नुकसानग्रस्त किसानों को तत्काल मुआवजा दे, ऐसी मांग की जा रही है. साथ ही पिछले तीन वर्षो से जंगली हाथियों द्वारा जिले में निरंतर रूप से नुकसान पहुंचाया जा रहा है. बावजूद इसके वनविभाग जंगली हाथियों का बंदोबस्त करने संदर्भ में किसी भी तरह की उपाययोजना नहीं किए जाने से जिले के नागरिकों में तीव्र नाराजगी व्यक्त की जा रही है.
घटनास्थल पर पहुंची वनविभाग की टिम
रात के समय जंगली हाथियों द्वारा पाथरगोटा गांव में उत्पात मचाकर पांच घरों को तहस-नहस करने के साथ ही लोगों के घरों में रखी सामग्री को नुकसान पहुंचाया. इसके अलावा जंगली हाथियों ने किसानों ने रबी फसलों को भी क्षति पहुंचाई है. इन घटना की जानकारी मिलते ही आरमोरी के वनपरिक्षेत्राधिकारी अविनाश मेत्राम, क्षेत्र सहाय्यक किनेकर, वनरक्षक अतकरे, शिऊरकर, एफडीसीएम के क्षेत्र सहायक अनिता लटाये, वनरक्षक पंढरी तेलंग, गजानन ठगे, सुधाकर राठोड आदि घटनास्थल पर पहुंचकर घटना का पंचनामा किया है.